लेख - गलती

  दुनिया  में कोई व्यक्ति आज  तक पैदा नहीं हुआ जिसने जीवन में कोई गलती नहीं की हो यदि कोई व्यक्ति ऐसा दावा  करता है तो सबसे बड़ी गलती तो उसकी यही है                                                        गलती करना मानव स्वभाव है इसलिए न तो किसी को ऐसा दावा  करना चाहिए  न ही किसी स्वाभविक गलती पर शर्मिंदगी और मलाल करना चाहिए और ना ही  किसी से गलती होने पर उसके साथ बुरा बर्ताव करना चाहिए बल्कि गलती होने पर सांत्वना देकर उसमे सुधार करवाने के लिए प्रेरित करना चाहिए जबकि करते हम इसका उल्टा है गलती करने वाले से सुधार करवाना तो दूर उस पर इस कदर पिल पड़ते है की अपना बचाव करने के चक्कर में वो बेचारा और झुठ सच करके दो गलतियां  और कर बैठता है  अक्सर लोग गलती करने वाले के साथ गलत बर्ताव करते है यही वजह है की वह सच्चाई छुपाने की कोशिश करता है यदि गलती करने वाले को गलती सुधारने का मौका दिया जाये तो यह सम्भव है की  बात की सच्चाई सामने आ जाये दूसरा काम से काम आगे तो गलती ना  हो लेकिन यह तर्क संगत बात बहुत काम लोगों  के समझ में आती है यही वजह है की आज घर परिवारों रिश्ते नातो   में गलतफहमी पलने का मुख्य कारण   गलती होने पर सुधार न करवापाना ही है  गलतियाँ मनुष्य को बहुत कुछ सिखाती है गलती इन्सान से होती है लेकिन एक गलती को बार-बार करना ठीक नही है  गलतियाँ कई प्रकार की होती है कुछ गलतियाँ स्वाभाविक होती है कुछ मजबूरी में होती है कुछ जानकारी के अभाव में होती है लेकिन कभी-कभी गलतियाँ सकारात्मक प्रभाव भी छोड़ जाती है

 गलतियाँ भी हमारे जीवन का अंग है जो व्यक्ति गलती करने से डरता है वह कभी कुछ सीख नही पात लेकिन गलतियाँ बार-बार करना उनमें कुछ सुधार नही करना या तो पागलपन है या बेवकूफी।
       क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया नैसर्गिक नियम है। जो व्यक्ति कार्य करेगा ही नही उससे गलती होगी भी नही गलती किसी कार्य को करने से ही होती है यदि हम पानी में पैर रखने से ही डरेंगेे तो पानी की गहराई का पता ही नही चल पाएेगा और हम कभी तैरना नही सीख पाएेंगे यदि हम परीक्षा में फैल होने से डरेंगे तो परीक्षा ही नही दे पाएेंगे यदि हम हार से डरेंगे तो खेल खेलना ही नही सीख पाएेंगे।


   जीवन में गलती के डर से यदि हम समस्याओं से दूर भागेंगे तो हम समाधान नही खोज पाएेंगे और हम जीवन नही जी पाएेंगे और फिर हम अपने से जुड़ी हर जिन्दगी को दुख पहुॅचाना शुरु कर देंगे न उन्हें खुश रहने देंगे न खुद खुश रह पाएेंगे याद रखें जीवन अमूल्य है इसके हर पल को आनन्द खुशी और प्रसन्न होकर जीना ही ज़िंदगी है। यदि आप गलती नहीं कर रहे है तो इसका मतलब है आप खुद कुछ नहीं कर रहे है या फिर गलती होने का डर आपको कुछ करने नहीं दे रहा है कई लोगो ने  गलतियो से सीख  लेकर बड़ी बड़ी सफलताएं अर्जित की है जबकि दुनिया में  कई लोगों  की असफलता की मुख्य वजह गलती  होने का डर रहा है 

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