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मई, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ओरिओ बिस्किट से बनाये मुहँ में घुल जाने वाला शानदार केक

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                                                        ओरिओ बिस्किट केक     ओरिओ बिस्किट से बनाये मुहँ  में घुल जाने वाला शानदार केक  https://images.app.goo.gl/WnuNcPHK2B2hUhFV7    सामग्री        2 पेकेट छोटे ओरिओ बिस्किट ,2 पेकेट पारले MAGXI चॉकलेट बिस्किट ,मिल्क पाउडर 4 छोटे चम्मच, दूध 2  कप ,आधा   टी स्पून बेकिंग सोडा, 1  टी स्पून बेकिंग पाउडर, 4  चम्मच चीनी ,4 टी स्पून तेल या बटर https://images.app.goo.gl/tSCgi34DQZgKsuXF9 विधि    ओरिओ  और पारले  बिस्किट को मिक्सी में पीस कर पाउडर बना ले |  दूध को गर्म करे उबाल आने  पर चीनी  डाल दे |  मिल्क पाउडर को मिला कर चलाते रहे ध्यान रखे  गुठलियां न पड़े |  थोड़ा गाढ़ा होने दे   |    अन्य गैस पर कुकर या बड़ा सा ढक्कन दार बर्तन प्री  हीट  करे  प्री  हीट  करने के लिए नमक का उपयोग किया जा सकता है  |  नमक पर केक पेन के स्टेण्ड के रूप में किसी कटोरी को रख दे   गाढ़ा  होने पर दूध  उतार ले |                                                           jeevan amrat image |  बिस्किट का पाउडर इस में मिला दे केक का बेटर पिघली

अपने आपको हवा और पानी की तरह बनाओ बिना इनके कोई जीवन जीने की कल्पना नहीं कर सकता

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दुनिया की सबसे लचीली चीज़  होती है हवा और पानी ये कही  भी किधर भी मुड़  सकते है |  ये जिस में मिल जाये वैसे ही हो जाते है  | हवा जब फूलो के साथ मिलती है तो उसकी सुगंधित  खुशबु फैलती है |  सडी गली गंदी चीजों में मिलेगी तो दुर्गंध फैलती है |  पानी को देखिये रंगहीन् होता है परन्तु जिस में मिल जाता है वैसे ही रंग का हो जाता है  | https://images.app.goo.gl/NiF4hLjxvbNWegHB7 मनुष्य का स्वभाव भी कुछ इसी तरह का होता है |  जिस तरह के लोगो में मिलता है उसी तरह का हो जाता है  | इसलिए हवा बन कर बहो,  लोगो की सांसे बनो|  फूलो के साथ मिलकर खुशबू  बिखेरो हवा पतंगो को आसमान की ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करती है |  उसी प्रकार आप भी लोगो को आसमान की ऊंचाई छूने में मदद कर सकते है | पानी लोगो को स्वच्छ व् साफ़ सुथरा बना कर उनकी गंदगी को दूर करता है |  पानी का आचरण सीखो लोगो की गंदगी दूर कर उन्हें साफ़ सुथरा बनाओ |  पानी अपने रस्ते खुद बनता है पानी को आज तक चट्टाने भी नहीं रोक पाई है  |  यही पानी की स्वाभाविक नरमाई है | https://images.app.goo.gl/canyzsc4hvpzwend7   यदि आप में नरमाई है,  विनम

ओरिओ बिस्किट लड्डू --- झटपट बनाए ओरिओ बिस्किट से स्वादिष्ट लड्डू:

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                                                             ओरिओ बिस्किट लड्डू   झटपट बनाए  ओरिओ बिस्किट से  स्वादिष्ट लड्डू                                                               jeevan amrat image   सामग्री - {10 लड्डू बनाने हेतु }    4  छोटे ओरिओ बिस्किट के पैकेट , दूध आधा कप , मिल्क  पाउडर - 4 छोटे चम्मच , चीनी चार चम्मच , बटर    50 ग्राम https://images.app.goo.gl/BhDuDwQigdZBA16z6   विधि -  बिस्किट को मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें | एक पैन में दूध को गर्म करने रखदे , उबाल आने पर उसमे   चीनी मिला दें , मिल्क पाउडर को थोड़ा थोड़ा करके दूध में अच्छी तरह से घोल लें , बटर मिला दें लगातार   चलातें रहें जब पेस्ट थोड़ा गाढ़ा हो जाये तो उसे उतार लें बिस्किट पाउडर  को गाढ़े दूध में मिला दें और इसे     आटे की तरह गूंथ लें  और एक डो बना लें इसकी छोटी -छोटी रसगुल्ले के आकार की गोलियाँ बना लें यदि चाहे तो इसे कोकोनट बूरे  में लपेट दे बारीक़ ड्राई फ्रूट से भी सजा सकते है  |    यदि डो   पतला होने के कारण  गोलियां नहीं बन पा रही हो तो किसी भी बिस्किट का पाउडर बनाकर इ

आज आवश्यकता है महिलाओं के प्रति पुरुषों की बदलती सोच की सराहना करने और पुरुषों का मनोबल बढ़ाने की

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वैसे तो स्त्री पुरुष दोनों ही इस सृष्टि के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा  करते है | परन्तु महिलाओ की भागीदारी किसी भी परिवर्तन में पुरुषो से अधिक रही है |  स्त्रियों की सोच पुरुषो के मुकाबले ज्यादा विस्तृत और सतही होती है |  प्राकृतिक  रूप से  पुरुषो के मन को बदलने और सही राह दिखने में स्त्रियाँ  ज्यादा सक्षम   होती है |  इस वजह से नारी को सम्मान देना तथा इज्जत की रक्षा करना  एक सभ्य समाज के लिए अति आवश्यक है |   एक पुरुष की सफलता के पीछे अक्सर महिलाओ का हाथ होता है |  यह अलग बात है कि पुरुष उसे स्वीकार करते है या नहीं |  यह अलग बात है की महिलाये अपनी इस क्षमता का उचित उपयोग कर पाती  है या नहीं |  यह अलग बात है की महिलाओ  की इस क्षमता से पुरुषो के अहम टकराते है|  यह अलग बात है की महिलाये भी कभी- कभी अपने अहम और वहम  की वजह से पुरुषो की सफलता में बाधक बन जाती है  | इसलिए  आज आवश्यकता है महिलाओं के प्रति   पुरुषों की   बदलती सोच की सराहना करने और  का मनोबल बढ़ाने की पति पत्नी के रिश्ते बिगड़ने  से   पैदा होती है आर्थिक मानसिक शारीरिक  समस्याएँ   ← click to read https://image

जीवन में शतरंजी चालों की वजह से हम सुख शांति खो चुकें हैं

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आज हर व्यक्ति अपनी जीत चाहता है मात यानि हार कोई नहीं चाहता यह सही है कि खेलों में अपनी जीत के लिए दूसरों को हराना आवश्यक होता है लेकिन उसके भी कुछ नीति नियम होतें हैं | https://goo.gl/images/s8QWyw आज हम जीवन में भी खेलों की तरह ही अपनी जीत के लिए दूसरों को हराना आवश्यक समझने लगें हैं जबकि जीवन में हमे अपनी जीत को जीतने के लिए दूसरों को हराना बिलकुल आवश्यक नहीं है जीवन को हम शह और मात का खेल बना रहें हैं |  https://goo.gl/images/pJHdcd आज लोग जीवन की प्लानिंग इस तरह से कर रहें हैं की अपनी शह के साथ हम दूसरों को किस प्रकार मात दे और यही वजह है की हम दूसरों को मात देने के लिए तनावपूर्ण जीवन जी रहें हैं दुखी जीवन जीने पर मजबूर हैं यदि हम दूसरों को मात देने की जगह हमारी जीत की प्लानिंग करें तो शायद हमे न तो तनाव लेने की आवश्यकता होगी न दुखी होने की | https://goo.gl/images/5PJwJm जीवन को हमने खेल का मैदान बना दिया है राजनीती का अखाडा बना दिया है | शतरंजी चालों की वजह से हम सुख शांति खो चुकें हैं | हर बात में हम अपने आप को जीताना चाहतें हैं और दूसरों को हराना चाहतें है

जीवन में पैसे कमाने के साथ साथ रिश्ते कमाना भी जरूरी है

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आज हम जीवन का मतलब नहीं समझ पा  रहे है | हम जीवन जी जरूर जी रहे है   लेकिन जीवन का अर्थ समझे बिना  |  पैसा जीवन जीने के लिए जरूरी है लेकिन हम पैसा कमाने के लिए जीवन  जी रहे है  | शिक्षा जीवन को सुधरने के लिए ली जाती है |  लेकिन हम शिक्षा  भी सिर्फ  पैसा कमाने के लिए ले रहे है  |  रिश्ते नाते जीवन के अभिन्न अंग होते है जीवन जीने के लिए इनकी अहमियत होती है लेकिन  इन्हे भी हम धन दोलत और पैसो के लिए ही निभा रहे है  |  जीवन में पैसे कमाने के साथ साथ  रिश्ते कमाना भी जरूरी है स्वस्थ रहना हमारे जीवन जीने के लिए निहायत ही आवश्यक है लेकिन हम हमारे  स्वस्थ का ध्यान रखे  बिना हमारे शरीर का इस्तेमाल भी पैसा कमाने के लिए कर रहे है |  पैसा कमाने के लिए हम इस शरीर को पूरा निचोड़ कर रख देते है इसका एक एक कतरा हम पैसा कमाने में इस्तेमाल कर रहे है | यह सही है की इस आधुनिक जीवन शैली में पैसा कमाना आवश्यक है, पैसा बहुत कुछ है ,लेकिन सब कुछ नहीं जीवन जीने के लिए पैसा कमाइये  |  पैसा कमाने के लिए जीवन मत  जिए |  यह पैसा ही मान सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाता और बिगड़ता है  | रिश्ते नाते और स्वास्थ को बनाने 

जागरूकता सही समय सही दिशा सही अर्थों में हो तो ही है जागरूकता

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 जागरूकता  का  यदि सही अर्थों  में  इस्तेमाल किया जाये तो इससे कई समस्याओं का समाधान निकाला   जा सकता है |  वहीं  जागरूकता यदि सही समय , सही दिशा , सही अर्थों  में हो तो ही जागरूकता कही  जाएगी | यदि जागरूकता सिर्फ दिखावे के लिए हो, मात्र अधिकारों के लिए हो, स्वार्थ के लिए हो तो उसके दुष्परिणाम भी सामने आने लगते है |  अक्सर होता यही है हम जागरूकता की बात करते अवश्य  है परन्तु सिर्फ अधिकारों  लिए  | जबकि हमें कर्तव्यों के लिए भी जागरूक होना चाहिए  |  किन्तु कर्तव्यों के लिए बहुत काम लोग जागरूक होते है | https://images.app.goo.gl/Uua6jEXcrAB6K5DZ7   जो  लोग  अधिकारों के  प्रति जागरूक  होते है वो भी समस्या सर पर खड़ी हो जाने पर |  समस्या आने से पूर्व यदि जागरूक होने की बात की जाये तो वो उनके समझ से परे  होती है  | या यूं  कहा जाये की वो इसमें भी लापरवाही बरतते है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी |  अधिकतर लोग जागरूक होते है स्वार्थ की पूर्ति के लिए   | जबकि जागरूकता निस्वार्थ होनी चाहिए |  अक्सर लोगअपने आप को  जागरूक तब समझते है जब किसी को नीचा दिखने की आवश्यकता महसूस होती है |   कभी

सुई, तलवार ,कैंची और हम

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सुई, तलवार ,कैंची और हम  अधिकतर लोग अपने जीवन को तलवार और कैंची की तरह जीते हैं जबकि जीवन को सुई की तरह बनाना चाहिए | तलवार और कैंची एक को दो करने का काम करते हैं अलग करने का काम करते हैं जबकि सुई दो को एक करने का काम करती है जोड़ने का काम करती है यदि हम हमारे जीवन जीने के नजरिये को तलवार और कैंची की तरह नहीं बल्कि सूई की तरह बना ले तो हम हमारे जीवन में आ रही कठिनाइयों, बाधाओं, समस्याओं के आसान हल निकाल सकते है अधिकतर लोग सुई की जगह तलवार से अपनी समस्याओं का हल निकालना चाहते हैं परिवार हो या पड़ोस हम छोटी-छोटी बातों में छोटी-छोटी समस्याएं जिनका हल निकलने के लिए सुई ही काफी होती है , उसके लिए भी हम तलवार का उपयोग करने की कोशिश करते हैं | जबाने हमारी कैंची की तरह चलती है जो कभी दो को एक नहीं होने देती बल्कि एक के न जाने कितने टुकड़े कर देती है किसी को दर्द महसूस कराने के लिए सुई चुभो दो तो दर्द महसूस हो जाता है न खून खराबे की जरूरत है न पुलिस थाने की लेकिन एक छोटा सा दर्द महसूस करने के लिए हम अपने परिवार में भी उपयोग तलवारों और कैंचियों का कर रहे हैं |

उपहारों के लेंन देंन में बरते सावधानी प्राकृतिक उपहारों का भी रखे ख्याल

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उपहार लेना और देना एक सामाजिक परिपाटी है, रिवाज है| जीवन में कई अवसर ऐसे आते हैं जब हमें पारंपरिक तौर पर उपहारों का आदान - प्रदान करना पड़ता है | उपहार हमारी भावनाओं का प्रतीक होते हैं| और भावनाओं को कीमत में व्यक्त नहीं किया जा सकता | वैसे तो उपहार देने व लेने के लिए कई अवसर जीवन में आते हैं | शादी - विवाह, जन्मदिन, प्रेम की निशानी के तौर पर यह एक सामाजिक परंपरा हैं | लेकिन आज के इस युग में उपहार फैशन के तौर पर भी दिए जाते हैं | कहीं- कहीं अपना काम निकलवाने के लिए भी भेंट स्वरूप उपहार दिये जाते है | पारंपरिक और सामाजिक रीति रिवाजों के रूप में उपहारों का लिया व दिया जाना एक सीमा तक जायज है | लेकिन अपना काम निकलवाने के लिए अथवा अपने शोक मौज के लिए दिए गए उपहार लेना और देना नुकसानदायक हो सकते हैं | ऐसे उपहारों के लेन-देन में सावधानी बरतना आवश्यक है | https://images.app.goo.gl/vivXQyt6ZitiDVJ16 ऐ से उपहारों के लेन - देन से आपका मान-सम्मान व प्रतिष्ठा प्रभावित हो सकती है| महंगे उपहारों के लेन - देन में कानूनी प्रक्रिया को ध

फिल्में हमारे समाज का आईना होती है

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सिनेमा यानी फिल्म हमारे समाज का आईना होती है | हमारे समाज में फैली हुई बुराइयों कुरीतियों को हम तक पहुंचाने का प्रयास करती है |  लेकिन आजकल हम फिल्में सिर्फ मनोरंजन की दृष्टि से देखते हैं  | यह बात सही है की फिल्में हमारा मनोरंजन करती है लेकिन फिल्मों को हमें सिर्फ मनोरंजन की दृष्टि से ही नहीं देखना चाहिए | फिल्मों के माध्यम से हमें संदेश मिलता है | समाज को जागरूक करने और सामाजिक अच्छाईयों और बुराइयों को लोगों  तक पहुंचाने  का सबसे सशक्त माध्यम है सिनेमा | https://images.app.goo.gl/KnqLtn2NiVG6ab9FA   फ़िल्मों  में अभिनित हर किरदार का अपना महत्व होता है |  फिल्मों के माध्यम से आदर्श पति पत्नी बन सकते हैं |  कई फिल्मों में बच्चों के किरदार इतने सशक्त होते हैं  कि ऐसे बच्चे यदि असल जीवन में हो तो  माँ बाप का जीवन सार्थक हो  जाता है |  एक आदर्श बहू अपने पूरे परिवार का दिल जीत लेती है |  एक आदर्श सास अपनी बहू को बेटी का दर्जा देकर पूरे परिवार का सर गर्व से ऊंचा कर देती है । कई फिल्मों में दोस्ती की मिसालें दी गई है |  भाई बहन ननंद भोजाई के रिश्ते में कड़वाहट  व मिठास भी कई फि

मनुष्य खुद एक फैक्ट्री है जो अपने गुणों- अवगुणों का निर्माण खुद करता है

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फैक्ट्री यानी कारखाना| फैक्ट्री वह स्थान होता है जहां वस्तुओं का निर्माण होता है| इस लिहाज़ से देखा जाए तो मनुष्य खुद एक फैक्ट्री है जो अपने गुणों- अवगुणों का निर्माण खुद करता है |कुछ लोग अपने गुणों के लिए ब्रांडेड नेम बन जाते हैं कुछ अवगुणों के लिए| जिस प्रकार फैक्ट्री में विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का निर्माण होता है उसी प्रकार मनुष्य रूपी फैक्ट्री में भी इंसान दुखों , बीमारियों, समस्याओं, अवगुणों, कुंठाओं ,अहम्-- वहम, क्रोध, द्वेश आदि बुराइयों का निर्माण कर अपना चाइनीज़ ब्रांड निर्मित करता है | इनके निर्माण में लागत बहुत कम यानी ना के बराबर आती है इनके निर्माण में मेहनत भी कम करनी पड़ती हे | इसलिए अधिकतर लोग अपनी फैक्टरी में इन्ही चीजों का निर्माण करना पसंद करते हैं और अपना घटियापन दिखाकर जल्दी से जल्दी ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं | google image लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि चाइनीज़ और सस्ते माल यूज़ एंड थ्रो होते हे ऐसी वस्तुएँ ज्यादा दिन मार्किट में नहीं चल पाती और धीरे-धीरे लोग उनकी गुणवत्ता को पहचानने लगते हैं | कुछ लोगों की मजबूरी होती है उनके पास वस्तुएँ