जानिए बच्चों को क्यों देनी चाहिए उनकी रुचि के अनुसार कैरियर चुनने की स्वतंत्रता

परीक्षा समाप्ति के बाद बच्चों व पेरेंट्स को रिजल्ट का इंतज़ार रहता है | जब तक परीक्षा समाप्त  नहीं हो जाती तब तक परीक्षा का तनाव रहता है  | जैसे ही परीक्षा समाप्त हो जाती है रिजल्ट का तनाव हो जाता  है  | कैसा रिजल्ट आएगा ? परसेंटेज कितनी बनेगी ? मार्क्स कम आए तो क्या होगा ? बच्चों को पेरेंट्स की  प्रतिष्ठा की चिंता पेरेंट्स को सॉसाइटी में बच्चों के अच्छे और बुरे प्रभाव की चिंता |  बारहवीं का रिजल्ट आने के पहले भी चिंता का विषय और आने के बाद भी चिंता का विषय |  रिजल्ट आने के बाद बच्चे को किस लाइन  में डालना है यह बात बड़ी चिंता का विषय होती है | 
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        कई बार रिजल्ट अच्छा नहीं आने से बच्चे व माता पिता दोनों निराशा का शिकार हो जातें हैं |  जिन बच्चौं के रिजल्ट अच्छे नहीं आतें हैं समाज में ऐसे बच्चों व माता पिता की प्रतिष्ठा  कम आँकी जाती है |  यह बात  माता पिता और  बच्चों के लिए  शर्मिंदगी का  करण बनती है |  जो उचित नहीं है | कभी भी बच्चों के रिजल्ट, भविष्य अथवा करियर के बारे में न तो  किसी का अपमान करना चाहिए न ही इस बात से अपमानित होना चाहिए |   
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कई बार रिजल्ट अच्छा आने पर भी बच्चे माता पिता  के  दबाव में माता - पिता की हसरत पूरी करने के लिए मजबूरी में उनके अनुसार कैरियर चुनते है जो  ठीक नहीं है मात - पिता को कैरियर के मामले में बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए |  बल्कि उनकी रुचि के अनुरूप करियर चुनने की स्वतंत्रता देनी चाहिए |  परिस्थितियों के अनुसार अपने अनुभव और विचार अवश्य रखने चाहिए |  बच्चों को भी  अपनी रुचि और जीवन के लक्ष्य  के बारे में  माता पिता से खुलकर विचार विमर्श   करना चाहिए | माता - पिता की सलाह और उनके अनुभव भी मत्वपूर्ण होतें हैं |  रिजल्ट जैसा भी हो माता पिता को हमेशा बच्चों का उत्साहवर्धन करना चाहिए |  कभी भी बच्चों को यह एहसास नहीं होने देना चाहिए की वह जीवन में कुछ कर ही नहीं सकता |  बच्चों को हमेशा पॉजिटिव एनर्जी दे |  हमेशा सारी  परिस्थितियां  कभी भी हमारे पक्ष में नहीं होती है |              
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  सफलता कई लोग प्राप्त करतें हैं लेकिन जो लोग विपरीत परिस्थितियों में सफलता प्राप्त करतें हैं सफलता के असली हक़दार तो ऐसे ही लोग होतें हैं |  भविष्य और केरियर  को लेकर  कभी भी बच्चों पर दबाव नहीं डालना चाहिए |  ऐसी कोई बात उनसे नहीं करें जिससे उनके मन में कुंठा पैदा हो | अपना अपमान महसूस करें |  माता - पिता हमेशा बच्चों को शुभ आशीष दे बच्चे  हमेशा माता -पिता का सम्मान करें  आशीर्वाद प्राप्त करें | रिजल्ट भविष्य और कॅरियर को लेकर  बच्चों के चेहरे कभी मायूस न हो, चेहरे कभी उदास न  हो |  बच्चों की इन समस्याओं को  सावधानी पूर्वक हैंडल करें भविष्य बनाने के चक्कर में बच्चे और पेरेंट्स मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर न हो इस बात के लिए माता - पिता और बच्चे  एक दूसरे का ध्यान  रखें |

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