प्रणब मुखर्जी ने क्या कहा आर एस एस के मंच से सभी को हुआ ताज्जुब
भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बहुत ही अनुभवी तथा सुलझे हुए विचारो के व्यक्ति है| उन्होंने आर एस एस के कार्यक्रम में जाकर तथा राष्ट्र के प्रति अपनी भावनाये और देश की एकता और अखंडता के लिए किये गए प्रयासो को जिस सूझबूझ से अपने उद्बोधन में व्यक्त किया उनके खिलाफ बबाल मचाने वालो को भी अपनी वाणी को विराम देना पड़ा |
जब हम वोट की राजनीति के लिए किसी भी दल से गठबंधन कर सकते है चाहे वह हमारा विरोधी ही क्यों न हो ऐसे में आर एस एस के कार्यक्रम में शामिल होकर देश की एकता और अखंडता की बात करने की कोई बिरला ही सोच सकता है|
माननीय प्रणब मुखर्जी के इस प्रेरणा दायक संदेश से वो लोग हथ प्रभ रह गए जो राजनैतिक बिसात बिछाए बैठे थे | अब देश के सियासी लोग इस बात से प्रेरणा ले या न ले आम जनता को इस बात से प्रेरित होकर देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने में सहयोग देना चाहिए |
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