विपरीत परिस्थितियों में ही आपके समझदार होने और न होने का पता चलता है

विपरीत परिस्थितियां ही आपको समझदार और नासमझ साबित करती है | कुछ काम करने और कुछ काम नहीं करने से हमारी समझदारी साबित होती है |  यदि जिंदगी को सही मायने में जीना चाहते है तो इन बातो पर अवश्य गौर करे |
1. मुँह में   राम बगल में छुरी  वाला जीवन  नहीं जीए |
2. इंसान को मदद लेने  और मदद देने  दोनों की कला आनी  चाहिए |
3. क्षमा करना और क्षमा मांगने का गुण जीवन  जीने के लिए निहायत ज़रूरी है |
4. सिर्फ सिद्धांत काफी नहीं है परिस्थितियों की समझ होना भी ज़रूरी है |
5. खुशमिज़ाज़ और प्रसन्नचित व्यक्ति वक़्त को भी बदल सकता है |
6. अधिकतर लोग सर पर वजन रखकर और पैरो में बेड़ियाँ बांधकर जीवन जीने की कोशिश कर रहे हैं |   जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है |
7 समझदारी सिर्फ किताबी ज्ञान से ही नहीं आती बल्कि एक कम पढ़ा लिखा  व्यक्ति भी अनुभवों से सीखकर  समझदार कहला सकता है |
 8  विपरीत परिस्थितियों  में ही आपके  समझदार होने और न होने का पता  चलता है |
9  जीवन दुनिया को बदल  कर  नहीं बल्कि अपने आप को बदलकर आसानी से जीया जा सकता है |
10 अधिकतर लोग परिस्थितियों को अपने पक्ष में होने के इंतज़ार में अपना पूरा जीवन बिना जीए ही गुजार देते हैं |

11 वर्तमान में जीने का अंदाज ही अतीत  और भविष्य को बदल सकता है
12 दुनिया का  सबसे धनी  व्यक्ति वह है जो शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक दृष्टि से स्वस्थ है | 

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