जीवन मंत्र | सुई जोड़ती है तलवार कैंची तोड़ती है | sui ban kar jio apni life talvar kainchi ban kar nhi | life mantra |

               जीवन मंत्र | सुई जोड़ती है तलवार कैंची तोड़ती है 

  sui ban kar jio apni life talvar kainchi ban kar nhi life mantra 

अधिकतर लोग अपने जीवन को तलवार और कैंची की तरह जीते हैं जबकि जीवन को सुई की तरह बनाना चाहिए | तलवार और कैंची एक को दो करने का काम करते हैं, अलग  करने का काम करते हैं | जबकि सुई दो को एक करने का काम करती है, जोड़ने का काम करती है |जीवन मंत्र


यदि हम हमारे जीवन जीने के नजरिये को तलवार और कैंची की तरह नहीं बल्कि सूई की तरह बना ले तो हम हमारे जीवन में आ रही कठिनाइयों, बाधाओं, समस्याओं के आसान हल निकाल सकते है | अधिकतर लोग सुई की जगह तलवार से अपनी समस्याओं का हल निकालना चाहते हैं | जीवन मंत्र | सुई जोड़ती है तलवार कैंची तोड़ती है

परिवार हो या पड़ोस रोजाना की कई छोटी-छोटी बाते ऐसी होती है जिनकी वजह से आपसी मनमुटाव हो जाता है ,तनाव पैदा हो जाता है, विवाद हो जाते है | ऐसी छोटी-छोटी समस्याएं जिनका हल निकालने के लिए सुई रूपी शब्दों की जरूरत होती है सुई रूपी प्रयासों की जरूरत होती है , उसके लिए भी हम तलवार तथा कैंची रूपी शब्दों के साथ तलवार रूपी प्रयास करने की कोशिश करते हैं |


तलवार और कैंची रूपी शब्दों के अनुचित प्रयोग से जुबानो की लड़ाइयों के दुष्परिणाम भी देखे जा सकते है | जबाने हमारी कैंची की तरह चलती है जो कभी दो को एक नहीं होने देती | बल्कि एक के न जाने कितने टुकड़े कर देती है | किसी को दर्द महसूस कराने के लिए सुई चुभो दो तो दर्द महसूस हो जाता है | न खून खराबे की जरूरत है न पुलिस थाने की लेकिन एक छोटा सा दर्द महसूस कराने के लिए हम अपने परिवार में भी उपयोग तलवारों और कैंचियों का कर रहे हैं | sui ban kar jio apni life talvar kainchi ban kar nhi | life mantra
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सोच कर देखें जब एक डॉक्टर 10 रुपए की सुई से किसी मरीज को दर्द का अनुभव भी करा देता है और बीमारी का इलाज भी कर देता है तो हम क्यों बेवजह हजारों रुपए तलवारों पर खर्च करके भी बीमारियों (समस्याओं का समाधान)का हल नहीं निकाल पा रहे हैं | ,

कारण एक है तलवारों और कैंचियों का उपयोग करके हम दर्द बढ़ा रहें हैं,दिलों को दुखी कर रहे है , दिलों को अलग कर रहे हैं, खून बहाकर नफरत पैदा कर रहे हैं | अरे मित्रों इस छोटी सी बात को समझो | सुई का उपयोग करना सीखो बड़ा आसान है दर्द भी कम और खून बहेगा नहीं | जीवन मंत्र | सुई जोड़ती है तलवार कैंची तोड़ती है

कैंची रूपी ज़बान का उपयोग कर गहरे जख्म देने के बजाए सुई रूपी विनम्रता से दिलों के टुकड़ों को जोड़ोगे तो हमदर्दी बढ़ेगी, प्यार- मोहोब्बत बढ़ेगी , दिलों की दूरियां दूर होगी ,खुशी और प्रसन्नता जन्म लेगी | बिगड़े रिश्ते जोड़ने में सुई की सार्थकता सिद्द करो तो किसी कवि की पंक्तियाँ याद आएंगी; 'जहां सुई काम कर सकती है वहां तलवार की आवश्यकता नहीं पड़ती |'

निष्कर्ष यह है कि आज छोटी - छोटी बातों में तलवारे खींचना , गोली बंदूक चलना आम बात है परन्तु यदि समझदारी से काम लिया जाये , शांति से, विनम्रता से काम लिया जाये तो कई पारिवारिक विवादों के हल सिर्फ बात - चीत से निकाले जा सकते है | सुई एकता, भाईचारे, विनम्रता, अहिंसा की प्रतीक है अच्छाई की प्रतीक है | जबकि तलवार और कैंची द्वेषता, कुंठा, नफरत ,अहिंसा की प्रतीक है बुराई की प्रतीक है | sui ban kar jio apni life talvar kainchi ban kar nhi | life mantra

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