bollywood movie| ghar ho to aisa | review in hindi | anil kapoor |

bollywood movie| ghar ho to aisa |anil kapoor | review in hindi |


bollywood movie| ghar ho to aisa |anil kapoor | review in hindi |साथ ही  हम बताने   जा  रहे  है  1990 में आई  फिल्म घर हो तो ऐसा   फिल्म के  unknown facts | cast | awards  songs  box office collection के बारे में साथ ही बताएंगे 1990   में कमाई के मामले में कौन - कौन सी फिल्म थी  टॉप थ्री में  ?  किस फिल्म ने जीता था 1991  में   बेस्ट फिल्म का फिल्म फेयर  अवार्ड  ?  1990   में और भी कौन -कौन  सी प्रमुख हिट फिल्मे हुई थी रिलीज ? यदि जानना चाहते है तो बने रहिये हमारे साथ |


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 मित्रो बॉलीवुड में एक ऐसे अभिनेता भी रहे है जिन्होंने  फ़िल्मी  लेखन  से अपना फ़िल्मी करियर शुरू किया और  खलनायक ,चरित्र अभिनेता, हास्य अभनेता के रूप में हिंदी सिनेमा में वर्षों  तक हमारा मनोरंजन किया  | आज वो अभिनेता  हमारे बीच नहीं है |  बॉलीवुड में उनके योगदान के लिए करते है उन्हें याद और आज का यह वीडियो करते है उस हस्ती को समर्पित जिसका नाम है कादर  खान  |  यदि आप भी कादर  खान साहब के प्रशंशक है तो इस वीडियो को जरूर देखें  आज  उनकी जिस फिल्म के बारे में हम आपको बताने जा रहे है उसमे उन्होंने अपने अभिनय से लोगो को हंसने में  कोई कमी नहीं छोड़ी है  | 


 फिल्म  घर हो तो ऐसा  रिलीज हुई थी 27 अप्रैल 1990  को फिल्म के निर्माता है फिरोज नदियड्वाला डायरेक्टर है  कल्पतरु | फिल्म में मुख्य भूमिका में नजर आये थे  अनिल कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि  , कादर खान , बिंदु , राज किरण, दीप्ती नवल , रीता भादुड़ी, सुलभा देश पांडे   | 

 
 बात करते है  फिल्म के गीत संगीत के बारे में फिल्म में संगीत दिया था भप्पी लहरी ने  |  गीत के बोल लिखे थे मजरूह सुल्तान पूरी ने |  गीत संगीत को अपनी आवाज देकर कर्ण प्रिय बनाया था  अलका याग्निक , मोहम्मद अजीज, सुदेश भोसले , कविता कृष्णा मूर्ति ,आशा भोसले  ने | 

 बात करते है 1990   में रिलीज हुई अन्य फिल्मों  के बारे में  1990  में दिल , घायल , आज का अर्जुन , अग्नि पथ  ,आशिकी, किशन कन्हैया, थानेदार, बाग़ी ,  बाप नंबरी बेटा  दस नंबरी , प्रतिबंध ,घर हो तो ऐसा , जमाई राजा ,फिल्मे रिलीज हुई थी | 

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यदि आप  दिल  तथा बाप नंबरी बेटा  दस नंबरी के बारे में जानना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें 

   भारत में 1990   में कमाई के मामले में  टॉप  3 फिल्मस  आइये बात करते है 1990 में  कमाई के मामले में टॉप  3 फिल्मों  के  बारे में |  1990  में कमाई के मामले में नंबर 3  थी आज का अर्जुन |  फिल्म ने कमाए थे 7  करोड़ रूपये  |  नंबर दो पर रही थी  फिल्म घायल फिल्म ने कमाये थे 9  करोड़ 50  लाख  रूपये |    नंबर एक पर रही थी फिल्म दिल फिल्म ने कमाए थे 10  करोड़ रूपये  |  फिल्म घर  हो तो ऐसा ने कमाए थे  भारत में 4  करोड़  रूपये | 


घर हो तो ऐसा फिल्म  ( review ) समीक्षा 

जैसा कि  फिल्म के  नाम से ही प्रतीत होता है  हर कोई ऐसे घर की कल्पना करता है जहां सुख शांति हो, सुकून हो ,प्यार मोहब्बत हो ,अपनापन हो, ऐसे  घर के लिए ही कहा जाता है घर हो तो ऐसा  | परन्तु आज घर की परिभाषा बदल चुकी है  |

  आज भले ही घर में सुकून हो या न हो, घर के लोगो में प्यार मोहब्बत हो ना हो ,करोड़ो रूपये खर्च कर हर सुख सुविधा युक्त आलिशान बंगला यदि हो तो ऐसे घर को ही आज के इस आधुनिक युग में कहा  जाता है  घर हो तो ऐसा | 

यही घर घर की  कहानी है   ऐसे ही घरों  को घर एक मंदिर कहा जाता है  ऐसे ही घरों  को देख कर लड़के लड़की के रिश्ते करना आज का चलन बन गया है |  लोग अक्सर ये भूल जाते है की यदि आलिशान बंगले वालो के दिलो में प्यार मोहब्बत ना हो , अपनापन  ना हो तो फिर ऐसे आलिशान बंगले कभी भी घर हो तो ऐसा नहीं कहला  सकते ,घर एक मंदिर नहीं  कहला  सकते  |


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 कुछ इसी तरह की कहानी घर हो तो ऐसा फिल्म की भी है |  सीमा   ( मीनाक्षी शेषाद्रि ) अपनी निर्दयी सास को सबक सीखा कर अंत में ये बता देती है की सिर्फ आलिशान घर और पैसा होने से  घर कभी मंदिर नहीं बन सकता 

  जब तक घर में  रिश्तों  की अहमियत ना  समझी जाती हो,  परिवार  सदस्यों को मान सम्मान ना दिया जाता हो , घर के लोगो में तालमेल न हो, एक दूसरे के सुख दुःख का एहसास ना हो |  यही  सब कुछ जब मीनाक्षी अपनी सास को सिखाने  में कामयाब हो जाती है तो घर में सुख  सुकून का माहौल बन जाता है |  तब कहा  जाता है घर हो तो ऐसा | 

फिल्म में मीनाक्षी शेषाद्रि ने तारीफे काबिल अभिनय किया है |   अनिल कपूर ने भी अपने रोल  साथ न्याय किया  है वहीँ  कादर  खान  ने अपने अभिनय से लोगो को खूब हंसाया है और लोगो की तालियाँ  बटोरी है | दुनिया बदलना  फिल्म का संदेश  दुनिया बदलना चाहते है तो पहले खुद को बदलें  |   सिर्फ आलिशान बंगला या धन दौलत से  घर को,  घर हो तो ऐसा नहीं कहा जा  सकता जब तक की परिवार में सुख शांति सुकून न हो |  


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इंटरेस्टिंग  फैक्ट्स 

1  घर हो तो ऐसा के डायरेक्टर कल्पतरु की  मीनाक्षी शेषाद्रि फेवरेट ऐक्ट्रेस थी कल्पतरु ने उन्हें कई फिल्मो में मौका दिया | 
2 फिल्म घर हो तो ऐसा के अभिनय ने मीनाक्षी शेषाद्रि  को हिंदी सिनेमा की ऊंचाइयों पर पहुंचाने  में महत्वपूर्ण योगदान दिया  | 
3 यह फिल्म एक जबरदस्त सफल फिल्म रही इसके बावजूद अनिल कपूर और कल्पतरु ने फिर कभी साथ काम नहीं किया | 

4  अच्छी फिल्म होने के बावजूद 36  वें  फिल्म फेयर समारोह में फिल्म किसी भी केटेगिरी में नॉमिनेट नहीं हो  पाई  |

5 36  वें  फिल्म  फेयर समारोह में  अग्निपथ,  दिल ,घायल और प्रतिबंध को बेस्ट फिल्म केटेगिरी में नॉमिनेट किया गया था   सन्नी देओल की फिल्म घायल को बेस्ट फिल्म के फिल्म फेयर अवार्ड दिया   गया | 






 

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