क्या शिक्षा लेने और देने के अंतर् ने सामाजिक विषमता का दायरा और बढ़ा दिया है

शिक्षा प्राप्त करना हर बच्चे का मूलभूत अधिकार है | शिक्षा के बिना हम एक सभ्य समाज की कल्पना को साकार नहीं कर सकते
https://goo.gl/images/Hrz3Gu
  लेकिन आज शिक्षा लेने और देने के अंतर् ने सामाजिक विषमता का दायरा और बढ़ा  दिया है  | जो आर्थिक और मानसिक सोच को दर्शा रहा है
https://goo.gl/images/NoKqZj
 इन  तस्वीरों में सामाजिक विषमता का फर्क साफ नजर आ रहा है | आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन  की झलक इन तस्वीरों से प्रतीत हो रही है |
https://goo.gl/images/QyRszg
 जो लोगों  की सोच और मानसिकता को प्रभावित कर रही  है | यही वजह है की अपना पेट काट कर भी हर माता पिता अपने बच्चों  को यथा सम्भव अच्छी शिक्षा दिलाने की कोशिश कर रहे है |

क्या शिक्षा की यह स्थिति देश की गंभीर समस्या नहीं है ? क्या बच्चो के बचपन की कीमत में उनका भविष्य तो नहीं खरीदा जा रहा |
https://goo.gl/images/rCLyTz
क्या आज हम शिक्षा और समझदारी में फर्क कर पा  रहे है?  क्या शिक्षा जैसी मूलभूत आवश्यकता का महंगा होता जाना चिंता का विषय नहीं है ? इन प्रश्नो के उत्तर आपके स्वयं के पास है क्यों की आप भी अपने बच्चे के भविष्य के बारे में चिंतित है | यदि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो  तो  like, share ,comment, and follow

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मनुष्य एक प्राकृतिक उपहार है लेकिन मशीनी होता जा रहा है

action movie jodha akbar review in hindi | एक्शन फिल्म जोधा अकबर

आधुनिक और प्राचीन जीवन का असमंजस