जीवन जीने के लिए जरूरी है रिश्तो का संग और शरीर के अंग

जिस  तरह हमारे शरीर में अंगो का योगदान होता है ठीक वैसे ही    हमारे जीवन में रिश्तों का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है |  इसलिए  जीवन जीने के लिए जरूरी है रिश्तो का संग और शरीर के अंग |    बिना अंगों के हमारे शरीर का संचालन मुश्किल  होता है |  ठीक  उसी प्रकार बिना रिश्तों के हमारे जीवन का संचालन  मुश्किल होता है |  हमारे स्वास्थ्य को सही रखने के लिए हमारे शरीर के अंगो का स्वस्थ होना बहुत ही जरूरी है  | उसी प्रकार हमारे जीवन को स्वस्थ रखने, खुशहाल रखने के लिए  रिश्तो का स्वस्थ होना बहुत ही आवश्यक है  |
https://images.app.goo.gl/pQUpwvqQSyBMCis56


|  हमारे शरीर का हर अंग हमे कुछ न कुछ संकेत देता है, आभास कराता है |  ठीक उसी प्रकार हमारे  रिश्ते नाते भी  व्यक्ति के व्यक्तित्व ,अच्छाई , बुराई, गलतियों और कमियों का आभास करा कर जीवन को जिन्दा रखने में हमारी मदद करते है |  हमे उत्साहित रखने, हमारी उम्मीदों को पंख लगाने ,उमंग भरने , और हमे तरो ताजा रखने में  रिश्तों  के महत्व को कम  नहीं आँका जा सकता   |    इसलिए रिश्तो की बुनियाद इतनी मजबूत होनी चाहिए की छोटी- मोटी लहरे भी   बड़े बड़े  तूफानों  के संकट से  रिश्तों के  जहाज को  डगमगाने न दें ताकि तूफानों में भी जहाज को किनारे लगाने में रिश्ते अपनी भूमिका अदा  कर सके |
https://images.app.goo.gl/8AM4Kc4QUXxYuNyG6

  शरीर के अंगों की भाँति रिश्ते नातों  में भी कोई हमे हमारी आँख बनकर रास्ता दिखता है तो कोई कान बनकर बातों को एक दूसरे तक पहुंचाता  है  |  जीवन के खट्टे- मीठे और कड़वे अनुभव बड़े से बड़े विवादों के समाधान  दादा - दादी, नाना- नानी, चाचा- ताऊ, माता- पिता, के वरद हस्त आशीर्वाद स्वरुप हमे  मिलते हैं  | वक्त आने पर दोस्तो  और पड़ोसियों तक के पैर अच्छे सम्बन्ध  बनकर जीवन की दौड़ पूरी  करने में ,सबसे आगे निकलने में ,और जीतने में अपनी जान तक जोखिम में डाल देते हैं  |  हाथ से हाथ मिलाकर हम न जाने कितनी लम्बी चेन  बना सकते हैं अपरिचित रिश्तों की यह चेन हाथो को जोड़कर नैतिक, सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों को  पूर्ण करने में अपनी उपस्थिति  दर्ज कराकर हमारे मन को जीतकर हमारे शरीर के अंग  होने का आभास करा देती  हैं  | 
https://images.app.goo.gl/yfWXpJEdyFMGSvFd9


 जिस तरह प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट, वसा ,खनिज लवण ,विटामिन हमारे शरीर के पोषण के लिए आवश्यक होते हैं  | उसी प्रकार विनम्रता, मान सम्मान, अपनापन, प्यार मोहब्बत, विश्वास रिश्तों का संतुलन बनाए रखने और रिश्तों को पोषित करने के लिए लाभदायक होते हैं  |   यदि जीवन  में रिश्तों का पालन पोषण सही तरीके से न हो तो शरीर रूपी जीवन पोलियोग्रस्त हो सकता है |  इसलिए अपने रिश्तों को विनम्रता, प्यार मोहब्बत, अपनेपन से ज़िंदा रखने में कोई कसर न छोड़े | 
https://images.app.goo.gl/mUBejCfb5Ei55Lt4A


   लेख आपको कैसा लगा अपने अमूल्य सुझाव हमे अवश्य दे आर्टिकल यदि पसंद आया हो तो like , share,follow करें |  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बेटी हिंदुस्तान की

आधुनिक और प्राचीन जीवन का असमंजस

मनुष्य एक प्राकृतिक उपहार है लेकिन मशीनी होता जा रहा है