पहचान बनाने और लम्बी रेस का घोडा बनने के लिए इन बातों पर अमल करें

यदि आपको अपनी  पहचान बनानी  है लम्बी रेस  का घोडा बनना है तो बात चाहे मित्र की हो या शत्रु की, बच्चों की हो या बड़ों, की पारिवारिक हो या   सामाजिक, छोटी हो या बड़ी कभी भी हवा में तीर नहीं चलाएं न खुद संदिग्ध बने न किसी को संदिग्ध बनाने का प्रयास करें | एक हँसते मुस्कुराते इंसान की पहचान  बने
https://goo.gl/images/7rW2Zr
  फिजूल की बहस न करके मुद्दे की बात करे |  सिर्फ अपनी बात नहीं   कहे दूसरों की बात को भी गौर से सुने |  तथ्यों को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत  नहीं करें  क्योंकि सच्चाई सिर्फ आप की बात में  ही नहीं दूसरों की बात में भी हो सकती है | सच सिर्फ आप ही नहीं दूसरा भी बोल सकता है |  गुस्सा सिर्फ आपको ही नहीं दूसरे को भी आ सकता है |  दुखी सिर्फ आप ही नहीं दूसरे भी हो सकते है | वक्त आपका ही नहीं दूसरों  का भी बुरा हो सकता है |गलतियां दूसरों से ही नहीं आपसे भी हो सकती है | कमियां दूसरों  में ही नहीं आप में भी हो सकती है | विनम्र व्यक्ति की गलतियां भी माफ़ की जा सकती है कठोर की नहीं |
https://images.app.goo.gl/RsnpQVaxEwWLxaD1A

    गाडी चाहे सड़क पर चले या पटरी पर बिना पहियों के तालमेल के  नहीं चलाई जा सकती |ठीक उसी प्रकार गृहस्थी की गाड़ी चलने के लिए  पति पत्नी रूपी पहियों का तालमेल होना बहुत ही जरूरी है एक कहावत है कमान से निकला हुआ तीर और ज़ुबान से निकले हुए शब्द कभी वापस नहीं आते |  इसलिए बात को बिगाड़ने की अपेक्षा उसे बनाने के लिए हमेशा तर्क संगत   बात करें | आपकी एक अलग पहचान बनेगी  | पहचान  बनाने और लम्बी रेस का घोडा बनने के लिए इन बातों  पर अमल अवश्य  करें |   
https://images.app.goo.gl/PsrFdXZmhtaaLWrj9




 लेख आपको कैसा लगा अपने अमूल्य सुझाव हमे अवश्य दे आर्टिकल यदि पसंद आया हो तो like , share,follow करें |  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मनुष्य एक प्राकृतिक उपहार है लेकिन मशीनी होता जा रहा है

action movie jodha akbar review in hindi | एक्शन फिल्म जोधा अकबर

आधुनिक और प्राचीन जीवन का असमंजस