पैसा प्रतिष्ठा इज्जत रिश्ते नाते ही इंसान के जीवन को बनाते और बिगाड़ते है

   पैसा  प्रतिष्ठा इज्जत रिश्ते नाते ही इंसान के  जीवन को बनाते और बिगाड़ते    है |  यह सच है की इनके बनने और बिगड़ने से इंसान का जीवन प्रभावित होता है |  इसलिए किसी की भी प्रतिष्ठा इज्जत को बिगाड़ने    का   प्रयास कभी नहीं करना चाहिए  | क्योंकि इन्हे बिगाड़ना बड़ा आसान होता है परन्तु इन्हे बनाना   मुश्किल होता है | 
https://images.app.goo.gl/gjxxL2HYDqdUTDJp7

  इन्हे बनाने में इंसान की पीढ़ियां  गुजर जाती है |  उसकी कई  पीढ़ियों  का खून पसीना इसमें शामिल होता है |  कई  लोगो की मेहनत, अनुभव उतर-, चढ़ाव, दुःख दर्द  इसमें शामिल होते है |   कुछ लोग इन्ही के घमंड में चूर हो जाते है वे अहम वहम पाल कर इनकी अहमियत भूल जाते है और इन पर गर्व करने के बजाय इन पर घमंड करने लग जाते है  |अधिकतर लोग गर्व और घमंड का अंतर नहीं समझ पाते है|   इसलिए हमे गर्व और घमंड का अंतर समझना निहायत आवश्यक है | 

   पैसा, प्रतिष्ठा ,इज्जत, रिश्ते- नातो  का जब तक हम सही यूज करते रहते है तब तक ये हमे गर्व का एहसास कराते  है |  जब हम इन्ही चीजों का मिस यूज करने लगते है ये लोगो को हमारे घमंडी होने का एहसास करा  देते है |  गर्व की बात हमारे लिए यह होनी चाहिए की न तो हम हमारी धन -दौलत ,इज्जत, प्रतिष्ठा को बिगड़ने दे नहीं दूसरो की  |  यदि किसी कारण  वश  हमसे किसी की बिगड़ जाये तो अपनी हटधर्मिता  छोड़ कर सकारात्मक सोच के साथ बिगड़ी हुई बाजी को बनाने का प्रयास करे |   क्योंकि बाज़ीगर  उसे ही कहते है जी बिगड़ी को बनाता है | 
https://images.app.goo.gl/NhPWsHHHd1ikEgoW6

यदि कोई अपने घमंड में चूर हो कर आपकी बाजी बिगाड़ देता  है तो नफरत, गुस्सा, कुंठा छोड़ कर वक़्त  का इंतजार करे और अपनी बिगड़ी बाजी को भी बाजीगर की तरह खुद पलटने के लिए सकारात्मक प्रयास करे |  बिगाड़ने वाला भी स्वतः आपकी बाजी  को बनाने में मदद करने लगेगा |क्योकि वक्त गुजरने के साथ हर इंसान को अच्छे बुरे का एहसास जरूर होता है |  चाहे किसी ने हमारी बिगड़ी हो या हमने किसी की | घर गृहस्थी रिश्ते नाते यदि बिगड़ते है  तो  बनाये भी जाते है  जो बिगड़ते रिश्तो को बनाना जानता है वही नेक  दिल इंसान कहलाता  है | 
https://images.app.goo.gl/SP1Qn7v5ehFkgR5K8
लेख आपको कैसा लगा अपने अमूल्य सुझाव हमे अवश्य दे आर्टिकल यदि पसंद आया हो तो like , share,follow करें | 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बेटी हिंदुस्तान की

आधुनिक और प्राचीन जीवन का असमंजस

मनुष्य एक प्राकृतिक उपहार है लेकिन मशीनी होता जा रहा है