यह आप की सोच पर निर्भर है आप कैसा जीवन जीना चाहते है

जिंदगी को जीने के लिए जिन्दा रहना जरूरी है जिन्दा रहने के बजाय हम मरने मारने पर उतारू होकर जिंदगी को जीना चाहते है  सोच कर देखो मरने और मारने के खेल में कोई ज़िंदगी कैसे जी सकता है   हर  तरफ नफरत हर तरफ गुस्सा हर तरफ बदले की भावना इंतकाम  की आग |  घर , परिवार, देश ,विदेश समाज, राजनीति ,  खेल - कूद , मंदिर मस्जिद गिरजे गुरुद्वारा , कोई धार्मिक स्थल नहीं बचा जहाँ बिना विवाद के निर्विरोध किसी मसले को सुलझाया जा सके  इतना असमंजस की दूर- दूर  तक नज़र  दौड़ाने पर बमुश्किल कोई अपना सा  नज़र आता है |  जिस पर भी विश्वास  करने के लिए सोचना पड़ता है | 
https://images.app.goo.gl/b7tk37WDRFLvbd4j9


  कैसा वक्त, कैसा समय, कैसा जमाना आ गया है  ? रिश्ते नातों की समझ लगभग समाप्त हो  चुकी है |  एक दूसरे की बातों को तवज्जु देने का रिवाज लगभग खत्म सा हो गया है |  नियम अपने रिवाज अपने  हर बात में गाली, गोली, बन्दूक |  प्रेम भाईचारे ईमान की बात करना बड़ा मुश्किल हो गया  है |  कहने सुनने में ज़रूर प्रेम  भाईचारे ईमान  की बातें अच्छी लगती है |  जब कोई इन्हे अमल में लाने  की कोशिश करता है तो बेचारा अकेला पड़  जाता है |  हार थककर चुप बैठने या फिर अपनी जान को मुसीबत में डालने के अलावा उसके  पास कोई चारा नहीं होता |
https://images.app.goo.gl/eNPwQVDKfEa1R9KR6

  लोग ईमानदारी की मिसाल ज़रूर पेश करेंगे तारीफों के पल बांधेंगे  लेकिन वक्त आने पर ईमानदार व्यक्ति का साथ देने के लिए हिम्मत नहीं  जुटा पाएंगे |  आज आवश्यकता है ईमनादार व्यक्ति  का  साथ देने की |  ताकि दुनिया में ईमानदारी कायम हो सके ईमनदारी कायम होने से ही नफरत ख़त्म होगी और प्रेम और भाईचारा बढ़ेगा |
https://images.app.goo.gl/bEPYRYieFbVnDwiX6

 आज भी ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है बात है सिर्फ साथ देने की साथ हम किसी न किसी का तो देते ही है | हमे अक्सर हमारी स्वार्थ पूर्ति के लिए बेईमानी का साथ देना  आसान लगता है परन्तु लालच और बेईमानी ऐसा कैंसर है जिसका पता आखरी  स्टेज पर लगता है|  70 साल का  कैंसर ग्रस्त लम्बा जीवन जीने से 40  साल का स्वस्थ्य और खुशहाल  छोटा जीवन बेहतर होता है  यह आप की सोच पर निर्भर है आप कैसा जीवन जीना चाहते है |
https://images.app.goo.gl/w7nZrzHzANHcsdbQ6
  लेख आपको कैसा लगा अपने अमूल्य सुझाव हमे अवश्य दे आर्टिकल यदि पसंद आया हो तो like , share,follow करें | 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

बेटी हिंदुस्तान की

आधुनिक और प्राचीन जीवन का असमंजस

मनुष्य एक प्राकृतिक उपहार है लेकिन मशीनी होता जा रहा है