दुश्मन को हजार मौके दोस्त बनने के दे, परन्तु दोस्त को एक भी मौका दुश्मन बनने का न दे
अक्सर लोग छोटी - छोटी परेशनियो से समस्याओं में उलझ कर दुखी होते रहते है | दुखी होने के बजाय उनके समाधान खोजने चाहिए समाधान नहीं खोजने की वजह से हताशा और निराशा हावी होने लगती है | यदि समाधान पर विचार किया जाये तो बड़ी से बड़ी समस्या का भी कोई न कोई विकल्प निकला जा सकता है | परन्तु समस्या परेशानी आने पर लोग भय , डर, दुखी और निराश होकर हाथ पर हाथ धर कर बैठ जाते है | जो हो चुका उसके लिए दूसरो को दोषी ठहरने के बजाय हौसला और हिम्मत रखते हुए उन्ही लोगो के साथ मिलकर समस्या का समाधान निकालना आसान होता है बनिस्पत उन्हें दोष देकर उनसे दूरी बनाकर उनसे दुर्व्यवहार करने के | https://images.app.goo.gl/VALk1itwRhiKoQ7n8 अक्सर लोग गलती यही करते है मन में कुंठा पालकर दोष देने और दुखी होने का काम करते है और ये सब हम करते है उसे बिना एहसास कराये | किसी को उसकी गलती का पता भी न लगे और हम मन में रख कर उसे दोष देते रहे हमारा यही व्यवहार कुंठा कहलाता है | जबकि यदि हमे कुछ गलत लगता है तो हमे उसका थोड़ा सा एहसास...